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भारतीय ज्योतिष शास्त्र काफी प्राचीन है। दरअसल ज्योतिषशास्त्र की जब हम शाब्दिक व्याख्या करते हैं तो सबसे पहला शब्द आता है ज्योति इसका अर्थ प्रकाश या रौशनी इसी तरह ज्योतिष का अर्थ होता है ज्योति पिंडों या प्रकाश पिंडों का अध्ययन करने वाला।इसी प्रकार से ज्योतिष शास्त्र का मतलब हुआ ऐसा शास्त्र जो प्रकाश पिंडों का समुचित अध्ययन करता हो।

डॉo श्रीपति त्रिपाठीज्योतिष शास्त्री

वो क़िस्मत के सितारों की चाल और चालबाजियां बताने में सिद्धहस्त हैं। इसके साथ ही वे ज्योतिष गणना पर आधारित एक नई खोज एक्सट्रो एक्सरे के जनक भी है। कोशिश ग्रहों का सकारात्मक प्रभाव लोगों के जीवन पर हो और जिंदगी आशमान की बुलंदियों पर जा तारों सी जगमग हो सके। भारतीय ज्योतिष शास्त्र में नये प्रयोग करने और तारों- सितारों की उर्जा को लोगों की जिंदगी में भरने वाले ज्योतिषाचार्य डॉ श्रीपति त्रिपाठी की कहानी पढ़िए…

भारतीय ज्योतिष शास्त्र काफी प्राचीन है। दरअसल ज्योतिषशास्त्र की जब हम शाब्दिक व्याख्या करते हैं तो सबसे पहला शब्द आता है ज्योति इसका अर्थ प्रकाश या रौशनी इसी तरह ज्योतिष का अर्थ होता है ज्योति पिंडों या प्रकाश पिंडों का अध्ययन करने वाला।इसी प्रकार से ज्योतिष शास्त्र का मतलब हुआ ऐसा शास्त्र जो प्रकाश पिंडों का समुचित अध्ययन करता हो। कहते हैं प्रख्यात ज्योतिष शास्त्री श्रीपति त्रिपाठी। वें आगे कहते हैं कि प्राचीन काल में खगोलशास्त्र और गणित ज्योतिष शास्त्र की ही शाखाएं हुआ करती थी। समय के साथ इसमें बदलाव आया।आज भी किसी ज्योतिष के लिए गणना काफी महत्वपूर्ण है। इसी आधार पर आप किसी इंसान पर पड़ने वाले ग्रहों का प्रभाव जान पाते हैं। मैंने गणना के आधार पर ज्योतिष की एक नई विधि एक्स्ट्रो x-ray ईजाद किया है। यह किसी भी व्यक्ति का वर्तमान और भविष्य बताने में सक्षम है।

क्या है एक्स्ट्रो एक्सरे

एक्स्ट्रो एक्सरे के बारे में ज्योतिषाचार्य डॉक्टर श्रीपति त्रिपाठी बताते हैं कि कई लोग उनके पास अपना भविष्य जानने आते थे पर उनके पास जन्मपत्री या फिर जन्म का दिन और तारीख का सही सही अनुमान नहीं होता था। ऐसे में काफी मुश्किलें आती थी। ज्योतिष में जन्मपत्री का बड़ा महत्व है। मुझे लगा कि बिना जन्मपत्री वाले लोगों की भी मदद ज्योतिषशास्त्र के माध्यम से होनी चाहिए इसलिए मैंने काफी खोज कर गणना पर आधारित एक ऐसी पद्धति विकसित की जिसमें जन्मपत्री की जरूरत नहीं पड़ती है। इसमें अंक से संबंधित कुछ सवाल होते हैं उनका हल करना होता है और इसके बाद आप अपने भविष्य की बातें जान सकते हैं साथ ही यह भी कि किस ग्रह का आपके जीवन पर कौन सा प्रभाव पड़ रहा है।

सत्य हुई भविष्यवाणियां

डॉक्टर श्रीपति त्रिपाठी यह भी बताते हैं कि उनकी कई बड़ी भविष्यवाणियां आगे आकर सच साबित हुई है। इन भविष्यवाणियों में राजद सुप्रीमो का जेल जाना, नरेंद्र मोदी का दोबारा प्रधानमंत्री बनाना, नीतीश कुमार का फिर से मुख्यमंत्री बनना और आजम खान के जेल जाने जैसी भविष्यवाणियां शामिल हैं यह भविष्यवाणी सौ फीसद सत्य साबित हुई हैं

आम से खास तक मुरीद

डॉ0 श्रीपति त्रिपाठी ज्योतिष शास्त्र के ज्ञाता होने के साथ-साथ काफी नेक दिल और व्यवहारिक व्यक्ति भी हैं। यही वजह है कि आम से खास लोग तक उनके मुरीद है। पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम, मशहूर गीतकार गुलजार, फिल्म अभिनेता शेखर सुमन, अभिनेत्री महिमा चौधरी, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी , से लेकर कई खास हस्तियों से धर्म और ज्योतिष की चर्चा कर उनके मानस पटल पर डॉक्टर त्रिपाठी ने अमिट छाप छोड़ी है।

विदेशों में भी धूम

डॉक्टर श्रीपति ने न सिर्फ भारतीय ज्योतिष शास्त्र का लोहा विदेशों में भी मनवाया है। डॉक्टर त्रिपाठी देश के कई बड़े बड़े शहरों के साथ ही विदेशों में भी ज्योतिष संबंधी परामर्श दिया करते हैं इनमें ब्रिटेन, संयुक्त राष्ट्र अमेरिका, भूटान, मॉरीशस, मलेशिया ,वियतनाम ,कंबोडिया, नेपाल शामिल हैं। इन देशों में वे समय- समय पर प्रभास यात्रा पर भी जाया करते हैं।

कई राष्ट्रीय दैनिक पत्र से भी जुड़े

डॉ0 त्रिपाठी देश के कई जाने-माने समाचार पत्रों के के साथ नियमित तौर पर ज्योतिष स्तंभ लेखन से जुड़े हैं। दैनिक भास्कर, प्रभात खबर, आई नेक्स्ट, मराठी दैनिक संध्यानंद, आज का आनंद, जैसे महत्वपूर्ण समाचार पत्रों में डॉक्टर त्रिपाठी प्रतिदिन राशिफल और ज्योति संबंधी आलेख लिखा करते हैं।,
इसके साथ साथ दूरदर्शन और कई समाचार चैनलों द्वारा वे भी समय-समय पर ज्योतिष संबंधी मार्गदर्शन लोगों को प्रदान करते हैं। प्रसिद्ध समाचार चैनल आज तक का संचालन करने वाली टीवी टुडे नेटवर्क के ‘धर्म ज्ञान ‘ वेब चैनल में भी ज्योतिष सलाहकार के रूप में डॉक्टर त्रिपाठी लोगों को ज्योतिष संबंधी परामर्श देते हैं। ज्योतिष के क्षेत्र में अतुलनीय योगदान के लिए डॉक्टर श्रीपति त्रिपाठी को देशभर के विभिन्न मंचों से कई सम्मान और पुरस्कार प्राप्त हो चुके हैं।

छोटे गांव से बड़ा सफर

डॉक्टर श्रीपति त्रिपाठी का जन्म 12 मई 1977 को बिहार के पूर्वी चंपारण के एक छोटे से गांव अरेराज में हुआ था। पिता डॉ उमेश तिवारी संस्कृत के प्रकांड विद्वान एवं प्रख्यात ज्योतिषाचार्य थे। माता सुशीला देवी एक धार्मिक महिला है। माता -पिता के विचारों का असर बचपन से ही श्रीपति त्रिपाठी पर पड़ा। वह बताते हैं कि उनके पिता उन्हें कहा करते थे कि तुम ठगी का शिकार हो जाना पर किसी को ठगना मत।

पिता की प्रेरणा से ज्योतिष में आए

डॉक्टर श्रीपति त्रिपाठी बताते हैं कि वह कंप्यूटर इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे थे पर पिताजी ने उन्हें ज्योतिष शास्त्र में आगे बढ़ने की सलाह दी। अपने पिता के सलाह पर डॉक्टर श्रीपति त्रिपाठी ने ज्योतिष शास्त्र का गहन अध्ययन किया। डॉक्टर श्रीपति कहते हैं कि आज वह जो कुछ भी है अपने पिता के आशीष की वजह से हैं।

पत्नी का हर कदम पर मिला सहयोग

डॉक्टर से पति त्रिपाठी कहते हैं कि पत्नी प्रोफ़ेसर मनीषा का सहयोग उनके जीवन में काफी अहम रहा है। ज्योतिष शास्त्र में अध्ययन की काफी आवश्यकता होती है साथ ही आपके पास धैर्य होना भी आवश्यक है। जीवन के अब तक के सफर में कई परेशानियां भी आई पर पत्नी प्रोफ़ेसर मनीषा ने हर कदम पर मेरा हौसला बढ़ाया।

युवा शक्ति देश का भविष्य

डॉक्टर त्रिपाठी आगे कहते हैं युवा शक्ति ही देश का भविष्य है। आज हमारी युवाओं को मन से मजबूत होने की जरूरत है। जो युवा ज्योतिष के क्षेत्र में आना चाहते हैं उन्हें डॉक्टर त्रिपाठी सलाह देते हैं कि वह कड़ी मेहनत करें। खूब अध्ययन करें फिर परामर्श देने का कार्य शुरू करें। ज्योतिष एक ऐसा क्षेत्र है जहां हर दिन अध्ययन की आवश्यकता पड़ती है।

अच्छे कर्म से बदलते हैं सितारे

डॉक्टर श्रीपति त्रिपाठी यह भी बताते हैं कि आपके कर्मों का असर सितारों पर सीधे तौर पर पड़ता है। अच्छे कर्मों से आपके बुरे सितारों का प्रभाव भी धीरे धीरे बेहतर हो जाता है। वें आगे कहते हैं कि अपनी किस्मत को लेकर कभी भी परेशान ना हो, ना ही नकारात्मक विचारों को अपने पर हावी होने दें। सबसे बड़ी सीख यही है कि दुनिया में अपने को आबाद करें।
डॉक्टर श्रीपति त्रिपाठी ज्योतिषीय नित्य परामर्श द्वारा लोगों की किस्मत की ज्योति जगमगाने के कार्य में जुटे हैं। अगर आप इन से ज्योतिष संबंधी कोई परामर्श लेना चाहते हो तो इस नंबर पर संपर्क कर सकते हैं।